परशुराम रथ यात्रा का चित्तौड़ में हुआ भव्य स्वागत

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रूपाली बोली न्यूज, चित्तौडग़ढ़। प्रदेश के झुंझुनूं से प्रारंभ हुई श्री परशुराम रथयात्रा का गुरुवार को चित्तौडग़ढ़ में समस्त ब्राह्मण समाज की ओर सेभव्य स्वागत किया गया। यह रथयात्रा राजस्थान के विभिन्न जिलों से होती गुरुवार सुबह निम्बाहेड़ा से रवाना होकर आसारावमाता जी, भदेसर होते हुए शाम को चित्तौडग़ढ़ के सेंती स्थित चमत्कारी सांवलिया सेठ मंदिर पहुंची। पंडित राकेश शास्त्री ने बताया कि सांवलिया सेठ मंदिर पर रथयात्रा का भव्य स्वागत हुआ। यहां से रथयात्रा को भव्य वाहन रैली के साथ शहर में लाया गया।
वाहन रैली शहर के सेंती, प्रतापनगर, कुंभानगर ओवरब्रिज होते हुए कलेक्ट्रेट पहुंची। यहां से शहर में होते हुए महाराणा प्रताप सेतु मार्ग से नगर परिषद के सामने स्थित परशुराम सर्कल पहुंची। वाहर रैली व रथयात्रा का पूरे मार्ग में जगह-जगह विभिन्न संगठनों की ओर सेपुष्प वर्षा कर भव्य स्वागत किया गया। परशुराम सर्किल पर रथयात्रा का भव्य स्वागत हुआ। इसके बाद परशुराम सर्किल पर धर्मसभा का आयोजित की गई। धर्म सभा को सांसद सीपी जोशी, नगर परिषद सभापति सुशील शर्मा, भूमि विकास बैंक के अध्यक्ष कमलेश पुरोहित, ओमप्रकाश उपाध्याय, भगवान तड़बा, भीलवाड़ा के मनोज सुल्तानिया आदि ने सम्बोधित किया। इसके बाद रथयात्रा के साथ आए युगल पीठाधीश्वर (ब्रह्म परशुराम अखाड़ा दौसा) आचार्य राजेश्वर महाराज ने सम्बोधित करते हुए समाज से संगठिन होने का आह्वान किया।
उन्होंने कहा कि संगठित रहने से ही समाज आगे बढ़ेगा। सभी को निजी हित छोडक़र समाज हित के लिए आगे आना चाहिए। उन्होंने कहा कि यह यात्रा भारत के विभिन्न राज्यों में होती हुई मॉरिशस, नेपाल आदि देशों में भी जाएगी। इस यात्रा का उद्देश्य हेल्पलाइन के माध्यम से ब्राह्मण समाज की आपस में कनेक्टिविटी स्थापित कर उन्हें समाज उत्थान के लिए जागृत करना है। सभा केसमापन पर रथयात्रा में भगवान परशुराम की आरती की गई। मौजूद सभी समाजजनों का प्रसाद का वितरण किया। इस रथयात्रा का गुरुवार को रात्रि विराम चित्तौडग़ढ़ में रहेगा। इसके बाद रथयात्रा शुक्रवार को भादसोड़ा, मंगलवाड़, डूंगला आदि क्षेत्रों में प्रवेश करेगी। इधर वाहन रैली एवं समारोह में राजस्थान ब्राह्मण महासभा युवा प्रकोष्ठ, विप्र फाउण्डेशन, ब्राह्मण विकास परिषद, गुर्जर गौड़ युवक संघ, परशुराम सोना, ब्राह्मण छात्र परिषद, छन्यात ब्राह्मण समाज, आमेटा ब्राह्मण समाज, गौड़ ब्राह्मण समाज, गौड़ ब्राह्मण समाज, बड़ा पालीवाल ब्राह्मण समाज, मेनारिया ब्राह्मण समाज, दाधीच ब्राह्मण समाज, पाराशर समाज, सुखवाल समाज, सारस्वत समाज, खण्डेलवाल समाज सहित 29 ब्राह्मण समाज के प्रतिनिधि मौजूद थे। वाहन रैली एवं समारोह में समाज की महिलाएं भी मौजूद थी, जिन्होंने भगवान परशुराम के जयकारे लगाते हुए उत्साह का संचार किया।