जोधपुर। महामंदिर इलाके की शिव शक्ति कॉलोनी में रहने वाली एक विवाहिता व उसकी तीन साल की बेटी का शव गत दिनों घर में बने पानी के टांके में मिला। हालांकि सुबह सात बजे दीपिका शर्मा (25) व बेटी सायना (3) के ससुराल वाले दोनों को बाहर निकालकर महात्मा गांधी अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित किया।
इधर, मृतका के पिता मथानिया के करणी माता मंदिर के पास रहने वाले गिरधारीलाल जोशी ने पुलिस के समक्ष हत्या कर शव टांके में फेंकने का अंदेशा जताया। पुलिस ने मृतका के परिजनों की मांग पर मृतका का मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम करवाया और शव पीहर पक्ष के सुपुर्द कर दिए।
वहीं संदेह के आधार पर महामंदिर थाना पुलिस ने मृतका के पति युधिष्ठिर शर्मा को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है। एसीपी राजेश मीणा ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। हत्या है या आत्महत्या ये जांच के बाद ही सामने आएगा।
परिजनों का आरोप- पांच साल से दहेज के लिए बेटी को परेशान कर रहेे थे
मथानिया निवासी दीपिका का विवाह पांच साल पहले महामंदिर के शिव शक्ति कॉलोनी निवासी युधिष्ठिर के साथ हुआ था। मृतका के परिजनों का कहना है कि उसको दहेज की मांग को लेकर लगातार परेशान किया जाता था। इस बीच उनके एक बेटी (सायना) भी हुई। मृतका के पिता गिरधारीलाल का आरोप है कि बेटी को लगातार दहेज के लिए परेशान करते थे, बेटी दीपिका व दोहिती सायना को जान से मारकर अब आत्महत्या में तब्दील किया गया है।
पहले बाइक और 20 हजार भी दिए:-
मृतका के पिता ने पुलिस को बताया कि पहले बाइक की मांग की गई, तो पूरी की। फिर 20 हजार रुपए मांगे तो वह भी दिए। हर बार नई मांग की जाने लगी। ऐसे में दीपिका परेशान रहने लगी। पिता गिरधारीलाल का आरोप है कि मृतका का पति नशे का आदी हो चुका है और बेरोजगार होने के चलते उसे परेशान किया करता था।
पति से पूछताछ में खुलेगी गुत्थी:-
मृतका के पिता के आरोपों के बाद महामंदिर थाना पुलिस ने मृतका के पति युधिष्ठिर शर्मा को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है। वहीं पुलिस का कहना है कि घटना से पहले व घटना के वक्त के हालातों की बारीकियों से जांच की जा रही है। जल्द ही मामले की जांच कर खुलासा किया जाएगा। दीपिका के पिता गिरधारीलाल व परिवार के सदस्य शनिवार को अपनी दोहिती कविया उर्फ सायना के जन्मदिन की तैयारियों में लगे थे।
इसी समय मां-बेटी के डूबने की खबर ने खुशियां रुलाई में बदल दी। दीपिका का छोटा भाई कुलदीप शुक्रवार को भांजी का जन्मदिन मनाने के लिए बहन व भांजी को लेने महामंदिर जोधपुर गया था।
ससुराल वालों ने दोनों को साथ भेजने से मना कर दिया। बहन ने बताया था कि वह कल आ जाएगी। उसे उम्मीद थी कि शनिवार को भांजी को लेकर बहन आएगी लेकिन दोनों के डूबने की खबर आई। मां-बेटी के शव पीहर में पहुंचे तो घर में कोहराम मच गया। बाद में गमगीन माहौल में अंतिम संस्कार किया गया।