हर रिश्तों में फ्रेंडशिप यानि दोस्ती को महत्त्वपूर्ण रिश्ता माना गया है। इसीलिए जब भी प्रिय मित्र को कोई उपहार देना हो, तो इस बात का विशेष ध्यान रखें कि तेज धार वाली वस्तुएं उपहार में न दी जाएं। ये चीजें नकारात्मक ऊर्जा उत्पन्न करती हैं और मित्रता को शत्रुता में बदल देती है। अगर कोई मित्र अनजाने में ऐसी चीज दे, तो उसे इसका मोल चुका देना चाहिए, तभी आपकी दोस्ती बची रह सकती है। हर राशि पर किसी न किसी ग्रह का आधिपत्य होता है। इसी कारण इस राशि के प्रभाव वाले जातक का स्वभाव भी अलग-अलग होता है। इसलिए हर किसी की हरेक से मित्रता नहीं हो पाती। प्रत्येक राशि दूसरी राशि के प्रति आकर्षण और विकर्षण दोनों तत्वों से जुड़ी होती है। समान व्यसने तु सौख्यम सूत्र के अनुसार अग्नि तत्व वाली राशि, अग्नि तत्व से एवं जल तत्व वाली राशि जल तत्व से आकर्षित होकर मैत्रीभाव रखती है। हालांकि अग्नि तत्व वाली राशि, वायु तत्व से भी मैत्री भाव रख सकती है।
मेष : इस राशि के जातकों की नजर में मित्रता हमेशा निर्दोष एवं विश्वास योग्य रहती है। ऐसे लोग मित्रता करने से हिचकते नहीं हैं।
वृष : इस राशि के जातक मित्रता को हमेशा धैर्यपूर्वक एवं क्षमायोग्य देखते हैं। इसलिए अगर दोस्त से गलती भी हो जाए, तो ये सामंजस्य स्थापित करने में देर नहीं करते।
मिथुन : अगर बात करें इस राशि के जातकों की, तो मित्रता इनके लिए एक अनुभूति है, जो हमेशा सोच-विचारकर ही करनी चाहिए। इसलिए मिथुन राशि के जातकों के मित्रों की संख्या तो अधिक रहती है, पर ये मित्रता कुछ लोगों से ही निभाते हैंं।
कर्क : इस राशि के जातकों से मित्रता करने के लिए समर्पण और स्वतंत्रता की भावना का होना जरूरी हो जाता है।
सिंह : इस राशि के जातकों के लिए दोस्ती एक आवश्यकता और जीवन का विभिन्न अंग है।
कन्या : कन्या राशि वाले जातकों की नजर में मित्रता के बिना जीवन अधूरा और अपूर्ण रहता है। इसलिए वे दोस्त को हमेशा अच्छी नजरों से देखते हैं।
तुला : इस राशि के जातकों की नजर में दोस्ती के मायने देखें, तो इससे जीवन में मधुरता एवं सुंदरता आती है।
वृश्चिक : इस राशि के लोगों के जीवन में दोस्तों का महत्व काफी अधिक होता है। लेकिन ये भावुकता के दोस्ती के लिए समर्पित भी हो सकते हैं और क्रोध में दोस्ती का दामन छोड़ भी सकते हैं।
धनु : ऐसे लोग तीरंदाज की तरह सोच-समझकर ही मित्रता करते हैं, पर जब करते हैं, तो हमेशा उसे पूर्णता से ईमानदारी के साथ निभाते हैं।
मकर : इस राशि के जातक हर किसी से मित्रता नहीं करते हैं। ये लोग मित्रता के लिए बुद्धिमान व्यक्तित्व के ही ढूंढ़ते हैं।
कुंभ : मित्रता शब्द इनके लिए खास होती है, इसलिए ये लोग मित्र बनाने में जल्दबाजी नहीं करते। पर जिससे मित्रता कर लेते हैं, उसका साथ जल्दी से नहीं छोड़ते।
मीन : ऐसे जातक हमेशा परिपक्व दोस्त ही चाहते हैं। इनका मानना है कि अगर दोस्त समझदार हो, तो जीवन संतुलित बना रह सकता है।
दोस्ती में राशि की भूमिका को नजर अंदाज नहीं किया जा सकता है। हर किसी की हरेक से दोस्ती नहीं हो पाती चूंकि हर राशि पर अलग-अलग ग्रह का अधिकार होता है। इसलिए राशि के आधार पर हुई दोस्ती फायदेमंद रहती है।
– ताराचन्द्र शास्त्री, सवाईमाधोपुर