रूपाली बोली न्यूज, दौसा। 1 मार्च, 2004 को जयपुर में जन्म लेने वाली अक्षरा गौतम शुरू से ही बहुमुखी प्रतिभा की धनी हैं। स्थानीय सरस्वती नगर निवासी संजय कुमार शर्मा एवं शोभा रानी गौतम की पुत्री अक्षरा पांचवी कक्षा में जवाहर नवोदय विद्यालय की प्रवेश परीक्षा में उत्तीर्ण होकर हॉस्टल में ही रहकर अध्ययन कर रही है। अपनी प्रतिभा के बल पर मात्र 10 वर्ष की उम्र में 7 दिवस का मिडब्रेन एक्टिवेशन कोर्स करके ऐसी विलक्षण प्रतिभा विकसित की।
जिससे आँख बंद करके मात्र उंगलियों के स्पर्श से कोई भी किताब लेख, फोटो, रंग आदि की पहचान कर लेती है। कई बार तो आँख बंद करके सामने से गुजरने वाले वाहनों के मॉडल एवं रंग को भी पहचान सकती है। पढ़ाई में कुशाग्र होने की कारण यह बालिका हाल ही में जवाहर नवोदय विद्यालय वाशिम (महाराष्ट्र) से पढक़र लौटी है एवं कक्षा 10 में अध्ययन कर रही है। अक्षरा अभी गौतम जयंती समारोह दौसा के कार्यक्रम में समाज के गणमान्य एवं सामाजिक बंधुओं की उपस्थिति में इसने अपनी प्रतिभा का परिचय दिया, जिसे सभी अतिथियों ने पुरस्कार एवं आशीर्वाद प्रदान करके इसके उज्जवल भविष्य की कामना की है। इस कला को सर्वप्रथम अक्षरा के मामा (पुष्पेन्द्र गौतम) ने पहचानकर अक्षरा को आगे बढऩे के लिए प्रेरित किया जिसके अथक प्रयासों से ये संभव हो पाया। सामाजिक एवं शैक्षणिक संस्था को इस प्रतिभा को अग्रसर करने के लिए अपना योगदान देना चाहिए ताकि ऐसी विलक्षण प्रतिभा आगे बढ़ सके।